कोरोना वायरस के तीन संदिग्ध मरीज़ दिल्ली स्थित राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती


कोरोना वायरस के तीन संदिग्ध मरीज़ दिल्ली स्थित राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती हैं। इस बात की पुष्टि  अस्पताल की चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर मिनाक्षी भरद्वाज द्वारा की गयी है। आपको बताते चलें की कोरोना वायरस की वजह से चीन ने पहले ही अपने पांच बड़े शहरों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। अभी तक ३० से ज्यादा मौतें अकेले चीन में कोरोना वायरस की वजह से होने का अनुमान है। ऐसे में दिल्ली में कोरोना वायरस के मरीज मिलना वाकई चिंताजनक है। फिलहाल संदिग्ध मरीजों को प्रशिक्षित डॉक्टरों की देखरेख में रखा गया है।

क्या है कोरोना वायरस 


दरअसल कोरोना वायरस एक वाइरसों का समूह है जो साधारण सर्दी जुकाम से प्रारम्भ होकर खतरनाक जानलेवा बिमारियों को पैदा करता है।  मानव शरीर की प्रतिरोधक क्षमता इतनी कमजोर हो जाती है कि शरीर बिमारियों  का घर बन  जाता है। इससे होने वाली घातक बिमारियों में  Middle East Respiratory Syndrome (MERS-CoV) Severe Acute Respiratory Syndrome (SARS-CoV) अन्य शामिल हैं। ये  बीमारियां इससे पहले मानव शरीर में कभी नहीं देखी  गयीं। इसका मतलब ये अभी तक लाइलाज हैं।  


विश्व स्वास्थ्य संगठन ( डब्ल्यू एच ओ ) ३१ दिसंबर २०१९ को ही चीन के वुहान शहर में कोरोना वायरस के कई सारे मामलों के बारे में सतर्क कर चुका है।  इस बाबत जारी एक एडवाइजरी में बताया गया है कि यह वायरस एक विशेष प्रजाति के सांप को भोजपदार्थ के रूप में उपयोग करने से मानव शरीर में आया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू एच ओ) एवं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आई ऍम ए)  ने  इस बीमारी से बचने के लिए लोगो से संक्रमित स्थानों में न जाने एवं साथ ही आवश्यक सतर्कता बरतने को कहा है। 

लक्षण एवं बचाव 

कोरोना वायरस से प्रभावित मरीज़ शुरूआती दौर में साधारण जुकाम, सर्दी और खांसी से ग्रसित होता है तथा बाद में सांस लेने में समस्या, निमोनिया, किडनी सम्बन्धी समस्याओं के चलते मरीज़ की मृत्यु भी हो सकती है। 

यह बीमारी अभी तक लाइलाज है अर्थात अभी तक इस वायरस से निजात पाने की कोई ख़ास औषधि चिकित्सा विज्ञान में उपलब्ध नहीं है फिर भी थोड़ी सतर्कता बरतने से इस वायरस के संक्रमण से बचा जा सकता है। 

विश्व स्वास्थ्य संगठन ( डब्ल्यू एच ओ ) के द्वारा जारी एडवाइजरी के अनुसार लोगों को निम्न सतर्कता बरतनी चाहिए:
  • हाथों को अल्कोहल बेस्ड हैंड वाश या साबुन लगाकर स्वच्छ जल से धोना चाहिए। 
  • खांसते और छींकते समय मुँह और हाथ को साफ़ टिश्यू पेपर या रुमाल से ढकना चाहिए और उसके तुरंत बाद हाथ धोने चाहिये। 
  • बुखार और खांसी से ग्रसित किसी भी व्यक्ति के नजदीक ज्यादा समय के लिए न रहे साथ ही मास्क का उपयोग करें। 
  • कच्चे या अधपके मीट, मांस और दूध का सेवन करने से बचें। 

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